बस्ती /30 नवंबर / अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति की बस्ती इकाई की बैठक रेणुबाला की अध्यक्षता में न्यायमार्ग स्थित कार्यालय पर सम्पन्न हुई । बैठक में कलवारी थाना क्षेत्र के कैथवलिया गांव में हुई बलात्कार व हत्या के प्रकरण में पुलिस द्वारा बरती जा रही उदासीनता की निंदा की गई। प्रतिनिधि मंडल लेकर जिम्मेदारों से मुलाकात करने का निर्णय लिया गया।
माकपा के साथ एडवा के संयुक्त प्रतिनिधि मंडल ने स्थलीय जांच कर लिखित रिपोर्ट आईजी को सौंपी थी । बैठक में वंदना चौधरी जो कि घटना स्थल पर गयी थी विस्तार से जानकारियां रखी। सुंदरी ,पूनम,नीलू गौड़ ,सोनी ,विजय लक्ष्मी ,अनिता ,संगीता आदि बैठक में शामिल रही।
ज्ञात रहे मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी एवं अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति ने कलवारी थाना क्षेत्र के कैथवलिया गांव निवासी दलित युवती की हत्या के खुलासे पर सवाल उठाया था। चार सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल ने आईजी अनिल कुमार राय से मुलाकात कर कई अन्य विन्दुओं को जांच के दायरे में लाए जाने की मांग की थी।
सीपीएम, एडवा प्रतिनिधि मण्डल में शामिल प्रतिनिधियों का कहना था कि 17 नवम्बर को 06 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल माकपा के जिला सचिव कामरेड राम गढ़ी चौधरी के नेतृत्व में कैथवलिया कांड की स्थलीय जांच की थी. प्रतिनिधि मंडल में के के तिवारी, सियाराम सोनकर, शेष मणि, वंदना चौधरी, सुरेंद्र मोहन शर्मा, फूल चन्द्र चौरसिया शामिल थे.
जाँच के दौरान कई ऐसे विन्दु सामने आए थे जिसे जांच के दायरे में नहीं लाया गया। प्रतिनिधि मण्डल का कहना था कि स्थलीय सत्यापन, युवती के परिजनों और ग्रामीणों से बातचीत के दौरान पता चला कि युवती शारीरिक रूप से कमजोर नहीं थी, हत्या में एक से अधिक व्यक्तियों के शामिल होने की आशंका का जताया गया। कहा गया था कि 10 नवम्बर को वह अपने पिता की मोबाइल साथ लेकर गई थी, रात्रि में उसके वापस न आने पर फोन करने पर फोन उठता रहा, लेकिन कोई आवाज नहीं आती थी। गांव वालों का कहना था कि घर से लगभग 80-90 मीटर दूर ऐसी जगह लाश बरामद हुई जहां आबादी के घर उस दिशा में खुले हुए है, यदि वहां हत्या हुई होती तो आवाज जरूर सुनाई देती।
पुलिस जिसे शव बरामदगी स्थल बता रही है उससे सटे गांव से पगडंडी रखौना बाजार तक जाती है और आवागमन बना रहता है। दीपावली के दिन तक उधर से आने जाने वालों को पूरे दिन वहां कोई शाल और चप्पल नहीं दिखाई दी, जबकि गांव का एक व्यक्ति अपने लहसुन के खेत में डालने के लिए वहीं से दो बोझ पुआल उठाया था। तब भी वहां कोई शाल या चप्पल नहीं दिखाई दी और न हीं किसी तरह की दुर्गंध ही पता चला। बरामदगी स्थल पर मिली लाश के सर के बाल गायब थे । अगर घटना स्थल वही था तो लड़की के बालो का गुच्छा वहां मिलना चाहिए था। उसके अन्य अन्तःबस्त्र भी लाश बरामदगी स्थल पर नहीं मिले। ऐसे में आशंका है कि हत्या कहीं और हुई और लाश सड़ने लगी तो दीपावली की रात उसे लाकर पुआल में छिपाई गई।
आईजी ने सवालों को जांच के दायरे में लाने और दौरान विवेचना दुराचार की धारा 376 व 511 आईपीसी बढ़ाए जाने का भरोसा दिलाया था। प्रतिनिधि मण्डल में रामगढ़ी चौधरी, केके तिवारी, सत्यराम, एडवा की वन्दना चैधरी शामिल रही। मृतका के परिजनों को विधिक आर्थिक सहायता से अलग 25 लाख रुपए व सरकारी नौकरी दिए जाने की मांग की थी।